Thyroid symptoms in Hindi
थायरॉइड बीमारी का सीधा संबंध अस्वस्थ खानपान (Unhealthy Food) और तनावपूर्ण जीवन जीने से है। थायरॉइड एक प्रकार की ग्रंथी होती है। जो तितली के आकार जैसी दिखाई देती है। और यह हमारी गर्दन के पास होती है।
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Thyroid symptoms in Hindi: थायरॉइड क्या है? थायरॉइड का आयुर्वेदिक उपचार
थायरॉइड के बारे में आयुर्वेद में बताया गया है। कि जब व्यक्ति के दोष (वातदोष, पित्तदोष, कपदोष) प्रभावित (कुपित) हो जाते है। तो इस प्रकार की बीमारी होने की शंका होती है।
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महिलाओं में थायराइड की समस्या: Thyroid symptoms in Hindi
हमारे देश में दस में से एक व्यक्ति थायरॉइड की समस्या से प्रभावित है। वर्ष 2021 के आंकड़े बताते हैं। कि भारत में 4.2 करोड़ व्यक्तियों को Thyroid की समस्या है। थायरॉइड की बीमारी महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है।
क्योंकि प्रेगनेंसी और डेलिवरी के वक्त थायरॉइड ग्रंथी 44 प्रतिशत महिलाओं में हो जाती है। और फिर यह हृदय, मस्तिष्क, और शरीर के दूसरे अंगों के संचालन के लिए हार्मोन का उत्सर्जन करने लगती है।
गर्भवती महिलाओं के शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है और प्रेगनेंसी के दौरान उनके शरीर को गर्म बनाए रखने में मदद करती है। परंतु यदि यहीं थायरॉइड की ग्रंथी कम या फिर ज्यादा हार्मोन सृजित करने लगती है। तो यह बीमारी का रुप भी ले लेती है।
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थायराइड के लक्षण : Thyroid symptoms in Hindi
आइये जानते है की Thyroid symptoms in Hindi थायराइड के लक्षण क्या है:
- वजन में तेजी से वृद्धि होना
- हड्डियां कमजोर होना
- हार्ट बीट कम होने की समस्या
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन
- चेहरे व पैरों में सूजन
- आलस , नींद आना और भूख न लगना या फिर बहुत ज्यादा लगना
- महिलाओं में इसके लक्षण जैसे बाल झड़ना,
- गर्भधारण में समस्या
- माहवारी चक्र अनियमित होना।
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थायरॉइड का आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment for Thyroid in Hindi
आयुर्वेद में थायरॉइड जैसी बीमारी को लेकर बहुत सारे शोध व अध्ययन हुए है । और उसी के अनुरुप थायरॉइड की बीमारी के प्रबंधन व उसे जड़ से ठीक करने के लिए जड़ी बूटियां मददगार हैं।
1. मुलेठी : मुलेठी एक आयुर्वेदिक औषधि है। जिसमें ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड पाया जाता है। जो थायरॉइड कैंसर सेल्स को बढ़ाने से रोकता है।
2. अश्वगंधा : अश्वगंधा का सेवन कर थायरॉइड की मरीज ठीक होते हैं। अश्वगंधा का सेवन दूध के साथ रात्रि में करने से अधिक लाभ मिलता है। अश्वगंधा की जड़ो या फिर पत्तियों को पानी में उबाल कर पीने से भी थायरॉइड का असंतुलन जल्दी ठीक होता है।
3. तुलसी : तुलसी भी रायरॉइड को ठीक करने में मदद करती है। तुलसी की दो बुंदें और चिकित्सक द्वारा बताई गई एलोवेरा की मात्रा एक साथ मिलाकर पीने से थायरॉइड की बीमारी में आराम मिलता है।
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प्रत्येक वर्ष 25 मई को विश्व थाइरॉइड दिवस मनाया जाता है। इसके मनाने का उद्धेश्य हैं। कि इस रोग से लोगों के ज्यादा से ज्यादा संख्या में जागरुक किया गये। क्योंकि इस रोग में सबसे बड़ी बात यह है कि भारत के एक तिहाई लोगों को इस बात कि बिल्कुल भी जानकारी नही है, कि उनको थायरॉइड बीमारी जैसी कोई समस्या है।
थाइरॉइड से सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह अवश्य ले। उम्मीद है आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी अगर आपको किसी प्रकार का कोई प्रश्न हो तो हमें कमेंट जरूर करे।
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